I am deleting my poems I am deleting my poems
तू आग - सी लिपट गई फिर हुई बरसात...। तू आग - सी लिपट गई फिर हुई बरसात...।
चल सौदा कुछ हम तुझसे यूँ कर लेते हैं, तू बन जा बारिश और हम भीग लेते हैं...। चल सौदा कुछ हम तुझसे यूँ कर लेते हैं, तू बन जा बारिश और हम भीग लेते हैं...।
तेरे दिल मे भी इश्क़-ए-समंदर बहने लगेगा, अपनी कश्ती का मुझे माझी तो बन जाने दीजिए...! तेरे दिल मे भी इश्क़-ए-समंदर बहने लगेगा, अपनी कश्ती का मुझे माझी तो बन जाने दीजिए...
अहसास है तो जीवन, एक खाली पन्ना ही... अहसास है तो जीवन, एक खाली पन्ना ही...
काश... मैं चाँद तुम मेरे चकोर बन जाते... काश... मैं चाँद तुम मेरे चकोर बन जाते...